पारिस्थितिक कृषि पर एक पत्रिका

व्यावहारिक क्षेत्र के अनुभवों का खजाना

लघु उद्योगों के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं का आर्थिक सशक्तीकरण

लघु उद्योगों के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं का आर्थिक सशक्तीकरण

अधिकांश ग्रामीण महिलाएं भूमिहीन होती हैं। वे निर्विवाद रूप से खेतिहर मजदूर के तौर पर काम करती हैं। महिलाआंे के सशक्तिकरण के ऊपर काम करने वाली एक स्वयंसेवी संस्था संस्कृति संवर्धन...

जोखिम मुक्त कृषि: महिलाओं के नेतृत्व में जलवायु अनुकूलित खेती मॉडल

जोखिम मुक्त कृषि: महिलाओं के नेतृत्व में जलवायु अनुकूलित खेती मॉडल

जब महिलाओं को यह तय करने का अधिकार है कि उन्हें क्या उगाना है, किन निवेशों का उपयोग करना है, अपने उत्पादों को कब और कहां बेचना है, तब ही कृषि और आजीविका में प्रमुख बदलाव होते...

कृषि-पारिस्थितिकी को बढ़ावा देने के रास्ते

कृषि-पारिस्थितिकी को बढ़ावा देने के रास्ते

खाद्य आवश्यकताओं, आजीविका, स्थानीय संस्कृति, पर्यावरण और अर्थशास्त्र के बीच सम्बन्ध जोड़ने के सन्दर्भ में कृषि पारिस्थितिकी दृष्टिकोण अत्यधिक स्थान विशिष्ट होते हैं। इसलिए कृषि...

शहरी परिधीय ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्य एवं आजीविका सुरक्षा

शहरी परिधीय ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्य एवं आजीविका सुरक्षा

शहरी क्षेत्रों में प्रवेश के लिए उप नगरीय क्षेत्र ‘‘प्रतीक्षालय’’ नहीं हैं। भविष्य में होने वाले भू उपयोग में परिवर्तनों तथा अनियोजित व अनियन्त्रित निर्माण गतिविधियों को रोकने के...

कृषि पारिस्थितिकी शिक्षा: अध्यापन और अभ्यास

कृषि पारिस्थितिकी शिक्षा: अध्यापन और अभ्यास

आज एक संकुचित दायरे से बाहर निकलकर विस्तारित और चक्रीय दृष्टिकोण सीखने की तरफ बदलाव करने की अत्यन्त आवश्यकता है। यह तभी संभव हो सकता है, जब विद्यार्थी सुगमीकरण के माध्यम से सीखने...

खेती की लागत कम करने में सक्षम जैविक खेती

खेती की लागत कम करने में सक्षम जैविक खेती

मौसम की मार झेल रहे किसानों के लिए जैविक खेती एक बेहतर विकल्प हो सकती है। स्थानीय संसाधनों से तैयार और कम लागत वाले जैविक खादों के उपयोग से एक तरफ तो किसानों की बाजार पर निर्भरता...

2024 तक खेतों को ‘‘डीजल मुक्त’’ बनाने के लिए सूक्ष्म सोलर पम्पों का विस्तार

2024 तक खेतों को ‘‘डीजल मुक्त’’ बनाने के लिए सूक्ष्म सोलर पम्पों का विस्तार

एक तरफ जहां देश वर्ष 2070 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन करने हेतु प्रतिबद्ध है, वहीं दूसरी तरफ भारत में अपना स्वयं का कृषिगत पम्प रखने वाले लगभग दो-तिहाई सीमान्त किसान अभी भी...

लम्बवत बागवानी में नये रास्ते बनाना

लम्बवत बागवानी में नये रास्ते बनाना

प्रेरणादायक नवीन संरचनाओं और संसाधनों के पुनर्चक्रण व पुर्नउपयोग की गहरी समझ के चलते यह नवोन्वेषी किसान शहरी बागवानी करने वालों के एक मॉडल के रूप में स्थापित हुआ है। प्रसिद्ध...

जैविक तरीके से लचीलापन निर्माण

जैविक तरीके से लचीलापन निर्माण

छोटे से सहयोग एवं मार्गदर्शन के साथ, किसान अपने जीवन को बदल सकते हैं और मौसम व बाजारों में बदलाव के प्रति रिजीलियेण्ट बन सकते हैं। पीटर साबर की कहानी यह प्रदर्शित करती है कि, किस...