पारिस्थितिक कृषि पर एक पत्रिका
व्यावहारिक क्षेत्र के अनुभवों का खजाना
दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने हेतु फार्मर प्रोड्यूसर कम्पनी की एक यात्रा
कमजोर पारिस्थितिक प्रणालियों से प्रभावित छोटी जोत के कृषि आजीविका वाले किसानों के लिए विविधीकरण आगे बढ़ने का एक तरीका है। दुग्ध उत्पादन हेतु पशुपालन उनमें से एक है। विदर्भ में...
सिंचाई के लिए सौर ऊर्जा से जुड़ाव
एक क्षेत्र में प्राकृतिक संसाधनों को छोड़ते हुए सौर ऊर्जा शक्ति जैसे ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोतों के उपयोग की तरफ प्रवृत्त होने से न केवल आजीविका बढ़ती है, वरन् जीवाश्म इंधनों पर लगने...
ओडिशा में मोटे अनाज की खेती प्रणाली को पुनर्जीवित करती महिला-नीत संस्थाएं
परिवार की समग्र आय बढ़ाने और पोषण सुरक्षा जैसे मुद्दों से निपटने की दिशा में मोटे अनाज एक गेम चेंजर की भूमिका में सामने आ रहे हैं। संस्थाएं एक साथ मिलकर, इस परिवर्तन को लाने के...
बॉयोचर उत्पादन उद्यम फसल अपशिष्टों का प्रबन्धन एवं मृदा सुधार
मृदा उर्वरता में सुधार लाने के लिए फसल अवशेषों को बॉयोचर में बदलना फसल अपशिष्टों के सुरक्षित निस्तारण का एक पर्यावरण-सम्मत तरीका है। इस लेख में यह बताने का प्रयास किया गया है कि...
स्थाई विकास के लिए एक साथ आ रहे हैं
नीलगिरी जीवमण्डल सुरक्षित क्षेत्र में रहने वाले देशज समुदायों ने अपनी आजीविका को सुरक्षित करने की दृष्टि से अपने-आपको एक किसान उत्पादक कम्पनी के रूप में संगठित किया है। कम्पनी...
भारतीय कृषि के लिए जल प्रबंधन महत्वपूर्ण
जलवायु परिवर्तन के परिणामस्वरूप अनियमित और अप्रत्याशित वर्षा के साथ ही उपलब्ध जल संसाधनों पर दबाव भी बढ़ रहा है। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए सहगल फाउंडेशन ने जल संरक्षण...
छोटे अनाजों का विकेंद्रीकृत प्रसंस्करण
भारत के तीन भौगोलिक क्षेत्रों में पोषण-जागरूक समुदाय द्वारा किये गये सहयोगात्मक प्रयासों ने मोटे अनाजों के पुनरूद्धार, खेती, प्रसंस्करण और उपभोग को बढ़ावा देने में मदद किया...
महिलाओं के नेतृत्व में खेती हिमाचल प्रदेश की मध्य पहाड़ियों से सफलता की कहानियां
कृषि पारिस्थितिकी के सिद्धान्तों का अभ्यास महिला किसान बड़ी ही सहजता से करती हैं। उनका ध्यान न केवल स्थाई अभ्यासों को अपनाकर मृदा और फसलों पर है, वरन् वे अपने परिवार की सेहत का भी...
मोटे अनाजों का पुनरुद्धार भोजन एवं पोषण की सुरक्षा सुनिश्चित करना
यह सिद्ध होता जा रहा है कि स्थानीय कृषि पारिस्थितिकी के अनुकूल मोटे अनाजों पर आधारित फसल प्रणालियाँ चरम मौसमी स्थितियों के लिए उपयुक्त हैं। साथ ही आदिवासी समुदायों के बीच...