पारिस्थितिक कृषि पर एक पत्रिका
व्यावहारिक क्षेत्र के अनुभवों का खजाना
थार के लचीले किसान
बहुत सी चुनौतियों जैसे लॉकडाउन के दौरान परिवहन की सुविधाओं का न होना, टिड्डियों का आक्रमण एवं अन्य दूसरी चुनौतियों के बीच भी भारत-पाकिस्तान की सीमा पर बसे गाँवों में रहने...
डिजिटल तकनीक और प्राकृतिक संसाधनों से बालू में खेती संभव
विषेषकर नदी किनारे रहने वाले छोटी जोत के किसानों के लिए खेती करना बहुत कठिन हो जाता है, क्योंकि नदी में बाढ़ आने के कारण उसके रास्ते में आने वाले खेतों में बालू हो जाता है। ऐसी...
पोषण बगीचा- कोविड के बाद के परिदृष्य में एक आषाजनक गतिविधि
जैसा कि हम सभी देख रहे हैं कि पूरा विष्व कोरोना वायरस जैसी महामारी से जूझ रहा है। बीमारी के सम्पर्क में आने के कारण होने वाले प्रत्यक्ष प्रभावों के अलावा भी राष्ट््रों को अन्य...
परिवार की गृह वाटिका
कर्नाटक में छोटे-मझोले खेतिहर परिवारों के बीच ‘‘कुटुम्ब काई थोट्स’’ अथवा परिवार की गृहवाटिका को सफलतापूर्वक प्रोत्साहित किया जा रहा है ताकि इन परिवारों को पोषण मिल सके और आमदनी...
डिजिटल तकनीकों को किसानों के दरवाजे तक लाना
आज तकनीकों पर हमारी निर्भरता पहले से कहीं ज्यादा हो गयी है। डिजिटल तकनीकों की ओर इस बदलाव से हमारी खाद्य सुरक्षा सुनिष्चित करने वाले छोटे, सीमान्त खेतिहर समुदायों को वंचित नहीं...
हमारा बगीचा, हमारा जीवन
पूरी दुनिया में, विषेषकर शहरांे और कस्बों में ‘‘अपना भोजन स्वयं उगायें’’ की अवधारणा लोकप्रिय हो रही है। तीव्र शहरीकरण ने हमारे सड़कों एवं गलियों को प्रदूषित करने वाले ठोस...
हरित भारत के लिए हरित उत्सव
हसीरूहब्बा जैसे पौधरोपण उत्सवों का आयोजन करने के माध्यम से सामुदायिक सहयोग के साथ पौधरोपण की संस्कृति को ग्रामीण जीवन शैली में समाहित किया जाता है। हर साल पूरे विष्व में विभिन्न...
छोटे-छोटे नवाचारों ने खेती बनाई लाभप्रद
छोटी व सीमान्त जोत पर खेती करने वाली महिला किसानों ने खेती की अन्तःफसली तकनीक में छोटे-छोटे नवाचारों को अपनाकर न सिर्फ अपनी मुख्य फसल से होने वाली आय को दुगुना किया है, वरन् खेती...
खेत से उच्च उत्पादन पाने के लिए जैविक
खेती में लगने वाली लागत को कम करने और एक स्थाई तरीके से उत्पादकता को बढ़ाने की नितान्त आवश्यकता है। ऐसे लक्ष्य को पूरा करने हेतु किसानों की मदद से नये प्रकार के कृषि-जैव निवेशों...