पारिस्थितिक कृषि पर एक पत्रिका
व्यावहारिक क्षेत्र के अनुभवों का खजाना
फसल स्वास्थ्य को समझना
प्रक्षेत्र की स्थिति को ध्यान में रखते हुए उपयुक्त पोषणों का सही समय पर सही मात्रा में प्रयोग करना पौधों को स्वस्थ रखने में पौधों की आनुवांशिक प्रतिरोधक क्षमता से अधिक उल्लेखनीय...
स्थाई उत्पादन एवं सामूहिक विपणन: किसानों के लिए एक रास्ता
कृष्णा राय एक अनुकरणीय किसान एवं एक अभिनव उद्यमी हैं। उनके एक हेक्टेयर में फैले खेत की भूमि ‘‘पारिस्थितिकी वन प्रणाली’’ का एक शानदार मॉडल है। शानदार इस अर्थ में कि यहां पर सभी...
अपशिष्टों को मूल्यवान संसाधनों में बदलना: जैविक गृहवाटिका के अनुभव
गृहवाटिका के माध्यम से खाद्य उत्पादन एवं आजीविका को उन्नत बनाने की तरफ नये सिरे से ध्यान दिया जा रहा है। गृह वाटिका को तैयार करते समय कृषि पारिस्थितिकी पर सीखों एवं अनुभवों के...
न खाद, न कीटनाशक: कर्नाटक का यह किसान केवल सौर ऊर्जा का उपयोग करता है
कैलाश मूर्ति के प्राकृतिक खेती के प्रयोग देश में हर छोटे एवं सीमांत किसान के लिए माडल हैं। बिना अर्थशास्त्र के पारिस्थितिकी का अस्तित्व हो सकता है लेकिन पारिस्थितिकी के बिना...
संसाधनों का पुनर्चक्रीकरण: स्थाई जीवन का एक रास्ता
संसाधनों के पुनर्चक्रीकरण और पुनर्प्रयोग के माध्यम से स्थाई कृषि पारिस्थितिकी गतिविधियों को बढ़ावा देकर न केवल बाहरी स्रोतांे पर निर्भरता कम होती है, वरन् अपशिष्टों को भी कम किया...
कृषि पारिस्थितिकी: जलवायु अनुकूलित खाद्य प्रणाली की ओर
कृषि पारिस्थितिकी अभ्यासांे को अपनाने से पारिस्थितिकी प्रणाली का संरक्षण करने के अलावा आय उपार्जन की भी संभावना बनती है। यहां तक कि यदि गांव में 50 प्रतिशत किसान भी स्थाई कृषि को...
मटका खाद ने दिखाया खुशहाली का रास्ता
बाढ़ प्रवण इलाका एवं मौसम की अनिश्चितता दोनों ही वहां रहने वाले किसानों के लिए चुनौती भरे होते हैं। बाढ़ प्रवण इलाके में लोग खरीफ की खेती करते ही नहीं अथवा करते हैं तो भगवान भरोसे।...
शून्य लागत खेती
श्री मालेशप्पा गुलप्पा बिसेरोट्टी कर्नाटक के धारवाड़ जिले में अवस्थित कुण्डगोल तालुक के हीरेगुंजल गांव के रहने वाले हैं। 1990 के बाद से यह क्षेत्र लगातार पानी की भयंकर कमी से जूझ...
छोटी खेती लाभप्रद हो सकती है
खेती के लिए छोटी जोत को लाभकारी न मानने वाले किसानों के लिए एकीकृत खेती मॉडल एक बेहतर विकल्प हो सकता है। इसे हरियाणा, सोनीपत के रमेश चन्दर डागर ने अपने खेत पर सिद्ध किया है।...