by rukmini | Dec 3, 2023 | कृषि पारिस्थितिकी और विकास
तेजी से हो रहे शहरीकरण, औद्योगिकीकरण, भूमि सीलिंग, बहु-मंजिला इमारतों का निर्माण, चौड़ी सड़कों, कार्यालयों, बाजारों के परिणामस्वरूप बड़े शहरों और कस्बों में बागवानी के लिए जमीन की अनुपलब्धता हो गयी है। शहरों में लगातार बढ़ती जनसंख्या एवं बढ़ते वाहनों के कारण प्रदूषण का...
by rukmini | Dec 5, 2021 | कृषि पारिस्थितिकी और विकास
स्थानीय उत्पादों को बेचने के लिए, ‘‘पहियों पर खेत’’ नाम से की जा रही पहल ने एक विकेन्द्रित तरीके से विविध स्थानीय बाजारों तक पहुंच बनाने में किसान समूहों को सक्षम बनाया है। इस पहल को करने से मेघालय में एनईएसएफएएस के साथ सहयोग स्थापित करने वाले दूसरे सभी किसान समूहों...
by rukmini | Jun 6, 2021 | कृषि पारिस्थितिकी और विकास
बहुत सी चुनौतियों जैसे लॉकडाउन के दौरान परिवहन की सुविधाओं का न होना, टिड्डियों का आक्रमण एवं अन्य दूसरी चुनौतियों के बीच भी भारत-पाकिस्तान की सीमा पर बसे गाँवों में रहने वाले किसानों ने अपनी अनुकूलन क्षमता को बढ़ाया है और उम्मीद से कहीं अधिक लचीले हो गये हैं।...
by rukmini | Jun 4, 2021 | कृषि पारिस्थितिकी और विकास
जैसा कि हम सभी देख रहे हैं कि पूरा विष्व कोरोना वायरस जैसी महामारी से जूझ रहा है। बीमारी के सम्पर्क में आने के कारण होने वाले प्रत्यक्ष प्रभावों के अलावा भी राष्ट््रों को अन्य बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना महामारी से बचाव हेतु लगाये जाने वाले लम्बे...
by rukmini | Mar 5, 2021 | कृषि पारिस्थितिकी और विकास
हसीरूहब्बा जैसे पौधरोपण उत्सवों का आयोजन करने के माध्यम से सामुदायिक सहयोग के साथ पौधरोपण की संस्कृति को ग्रामीण जीवन शैली में समाहित किया जाता है। हर साल पूरे विष्व में विभिन्न मुद्दों के लिए मनाये जाने वाले 123 विषिष्ट दिनों में पृथ्वी पर मृदा और पौधों के जीवन की...
by rukmini | Dec 4, 2020 | कृषि पारिस्थितिकी और विकास
ग्रो-ट््रीज डॉट कॉम एक सामाजिक उद्योग है, जो विश्व स्तर पर लोगों और कम्पनियों को पौध लगाने में सक्षम बनाने हेतु कम लागत सेवाएं उपलब्ध कराती है। अपनी वेब सक्षम सेवाओं के माध्यम से, यह संगठन प्रत्येक व्यक्ति को पर्यावरण सुुरक्षा में अपना योगदान देने का एक अवसर प्रदान कर...